Haldi Benefits with Milk | हल्दी के फायदे

 Benefits of Haldi Milk | हल्दी के फायदे 


Benefits of Haldi Milk
Haldi Benefits 


हल्दी एक मसाला है , जो हर घर की किचन में पाया जाता है , खाने का रंग बदलने के साथ साथ हल्दी में अनेक औषधीय गुण मजूद होते है , जो अनेको प्रकार के रोगो का उपचार करने के काम में लाया जाता है | हल्दी का भारतीय संस्कृति में एक बहुत ही उपयोगी और कारगर औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है , हल्दी उत्तम कोटि की ओषधि में स्थान रखती है , हल्दी के उपयोग से हजारो प्रकार के कष्टों से निवारण होता है | 


हल्दी अदरक परिबार का हर एक महीने में मिलने बाला मसाला और जड़ीबूटी है जो कारकुमा पौधे की जड़ से प्राप्त होता है , हल्दी का शर्दी में इस्तेमाल और भी ज्यादा लाभकारी और गुणकारी साबित होता है | दिखने में सुखी अदरक की तरह दिखने बाली हल्दी का रंग पीला होता है जिसके पीछे का कारण करक्यूमिन नमक तत्व होता है | 


आयुर्वेद में हल्दी का उपयोग सदियों से किया जाता रहा है , और्वेदिक चिकित्सा में इसे हरिद्रा नाम से भी जाना जाता है , हल्दी ज्यादातर भारतीय उपमहाद्वीप पर पाया जाता है | हल्दी को पीसा जाये तो इसे पाउडर में तब्दील हो जाती है , इसकी गंध मिट्टी और सरसो के सामान तथा स्वाद कड़वा होता है |


आमतौर पर इसका प्रयोग सब्जियों में मसाले के रूप में किया जाता है , इसके अलावा सामान्यतः शर्दी , जुकाम , त्वचा के रोगो और पुरानी या दबी हुई चोट लगने पर किया जाता है |


हल्दी के फायदे : - 

हल्दी केबल भोजन का स्वाद ही नहीं बढ़ाती बल्कि कई प्रकार के शारीरक बीमारियों के निदान में भी काम आती है | आइये जानते है हल्दी के फायदे के बारे में ,


खून की सफाई करने के काम आती है -


हल्दी के अंदर एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण मौजूद होते है जो blood में पाए जाने बाले बिषैले तत्वों को शरीर से बहार निकालने में सहायक होते है , नियमित हल्दी का सेवन करने से रक्त शुद्ध होता है जिससे रक्त पतला और प्रवाह भी तेज होता है , खून पतला होने से धमनियों में प्रबाह सुचारु रूप से होता है , और दिल का पड़ने का खतरा न के बराबर होता है |


पाचन क्रिया को दुरुस्त करने के काम आती है :-


हल्दी में करक्यूमिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाया जाता है जो डायरिया , अपच , और गैस की समस्या को ठीक करने के काम आता है , करक्यूमिन में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते है जिससे पाचन में सुधार होता है। अपच या गैस होने पर कच्ची हल्दी का सेवन करना चाहिए , या फिर पानी में उबाल कर पीने से भी आराम मिलता है |


दांतो का रोग पायरिया सही करने में मदद करता है :-

पायरिया दांतो की एक आम समस्या है जो अक्सर हर किसी को हो जाती है , पायरिया होने पर दांतो से दड्बो और मसूड़ों से खून बहने लगता है , ऐसे में इंसान को किसी से बात करने पर भी शर्म आने लगती है , पायरिया को ख़त्म करने के लिए हल्दी एक बेहतर औषधि है , सरसो के तेल के साथ हल्दी पावडर से दांतो पर मालिश या फिर कुल्ला करने से पायरिया कुछ दिनों में ही ख़तम होने लगता है |


रोगप्रतिरोधक क्षमता को दुसरुस्त करता है :-


हल्दी को रोज रात को दूध के साथ लेने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता दुरुस्त होती है , जिससे शरीर में कोई भी रोग या वायरस प्रवेश नहीं कर पाता है , दूध में मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करता है और हल्दी रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ता है |



कैंसर से बचाव में मददगार :-

कच्ची हल्दी में करक्यूमिन तत्व पाए जाते है जो कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को बढ़ने से रोकते है। कच्ची हल्दी में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते है। कच्ची हल्दी पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर को कम करने में सहायक होती है। इस बात पर ध्यान देना जरुरी है की कच्ची हल्दी से कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है लेकिन इसे कैंसर का इलाज नहीं कह सकते।


चेहरे की रंगत निखारने में भी करता है मदद :-

हल्दी का उपयोग सौंदर्य प्रसाधन के रूप में भी किया जाता है , हल्दी को बेशन के साथ मिक्स करके चेहरे पर लेप करने से कील मुहासे से निजात मिलता है साथ ही रंग भी साफ़ होता है , हल्दी का उपयोग उबटन के रूप में भी किया जा सकता है |


इन सब फायदों के अलावा हल्दी , सर की फुंसियों , दाल खाज और खुजली को ठीक करने लिए भी इस्तेमाल की जाती है , 

हल्दी का इस्तेमाल कैसे करे | How to use Haldi 

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